आदिकाल
आदिकाल महत्वपूर्ण तथ्य
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल का काल विभाजन-आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने हिन्दी साहित्य के इतिहास को चार भागों में विभाजित किया है।
1.वीरगाथा काल ( संवत् 1050-1375 )
2.पूर्व मध्यकाल या भक्तिकाल ( संवत् 1375-1700 )
3.उत्तर मध्यकाल या रीतिकाल ( संवत् 1700-1900 )
4.आधुनिक काल ( संवत् 1900-1980 )
आधुनिक काल का उपविभाजन –
1.काव्य खंड पुरानी धारा (संवत् 1900-1925 )
2.प्रथम उत्थान ( भारतेन्दु युग) ( संवत् 1925-1950 )
3.द्वितीय उत्थान( द्विवेदी युग) ( संवत् 1950-1975 )
4.तृतीय उत्थान ( शुक्ल युग) ( संवत् 1975 से……..)
हिन्दी के प्रथम कवि और उनको मानने वाले
कवि मानने वाले
पुष्य या पुण्ड-शिवसिंह सेंगर
सरहपाद (सर्वमत)-राहुल सांकृत्यायन
शालिभद्र सूरि-डॉ0 गणपतिचंद्र गुप्त
स्वयंभू (अपभ्रंश का भी प्रथम कवि )-रामकुमार वर्मा
चंदबरदाई-रामचंद्र शुक्ल
अब्दुल रहमान-हजारी प्रसाद द्विवेदी
आदिकाल का नामकरण –हिन्दी साहित्य के प्रथम काल वीरगाथाकाल को विभिन्न विद्वानों ने अलग-अलग नाम दिये हैं।
नाम नाम देने वाले
1.आदिकाल-हजारी प्रसाद द्विवेदी
2.वीरगाथाकाल-रामचन्द्र शुक्ल
3.आरंम्भिककाल-मिश्रबंधु
4.बीजवपनकाल-महावीर प्रसाद द्विवेदी
5.वीरकाल-विश्वनाथ प्रसाद द्विवेदी
6.चारणकाल-जार्ज ग्रिसयन
7.संधिकाल एवं चारणकाल-डॉ0 रामकुमार वर्मा
आदिकाल की प्रमुख रचनाएं और उनके रचयिता
रचना रचयिता
1.खुमान रासो-दलपति विजय
2.बीसलदेव रासो-नरपति नाल्ह
3.परमाल रासो (आल्हा खंड)-जगनिक
4.पृथ्वीराजरासो-चंदबरदाई
5.विजयपाल रासो-नल्ह सिंह
6.हम्मीर रासो-शार्ङगधर
7.रणमल्ल छंद-श्रीधर
8.जयचंद प्रकाश-केदार भट्ट
9.जयमयंक जसचंद्रिका-मधुकर भट्ट
10.दोहा कोष-सरहपा
11.भरतेश्वर बाहुबली रास-शालिभद्र सूरी
12.भविष्यत कथा-धनपाल
13.पउम चरिउ-स्वयंभू
14.कुमार पाल चरित्र-हेमचन्द्र
15.प्राकृत व्याकरण-हेमचन्द्र
16.शब्दानुशासन-हेमचन्द्र
17.खालिक बारी-अमीर खुसरो
18.पहेलियाँ-अमीर खुसरो
19.मुकरिया-अमीर खुसरो
20.दो सुखने-अमीर खुसरो
संदर्भ ग्रंथ-
- शुक्ल, रामचन्द्र, हिन्दी साहित्य का इतिहास