15 June 2015
हिन्दी साहित्य का इतिहास- चार युग- आदिकाल, भक्तिकाल, रीतिकाल, आधुनिक काल | History of Hindi Literature
साहित्य के मूल में परिवर्तित सामूहिक चित्तवृत्तियों को आधार बनाकर साहित्य की परंपरा का व्यवस्थित अनुशीलन ही साहित्य का इतिहास कहलाता है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार, “प्रत्येक देश का साहित्य वहाँ की जनता की चित्तवृत्ति का संक्षिप्त प्रतिबिंब होता है।” जनवरी 1929 में आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने ‘हिंदी साहित्य का इतिहास’ ग्रंथ लिखा। हिंदी का यह पहला ग्रंथ है। हिंदी साहित्य के इतिहास को चार भागों […]