माँ
आज हम समझदार बन गएजिस माँ ने हमें चलना सिखायाउसे ही चलाने लग गएहम उसके त्याग, बलिदानऔर संघर्ष को भुलाकरस्वयं महान बन गएआज हम समझदार बन गएबचपन की वो बातें भूल गए हमजब वह अपने सपनों कोहम पर कुर्बान कर गयीआज हम समझदान बन गएउसकी कही बातें बेकार हो गयींअपनी कही बातें साकार हो गयींआज हम समझदान बन गएजरूरी नहीं कि हर बात अपनी ही […]